विंध्य प्रदेश निर्माण समिति

विंध्य प्रदेश निर्माण समिति-


यदि आप राजनैतिक दलों की चालबाजियों से ऊब चुके हैं।यदि आप अपने क्षेत्र के विकास की चिंता करते हैं।यदिआप रीवा,सहड़ोल,सागर संभाग, व कटनी,दतिया जिले के निवासी हैं।यदि आपको लगता है कि विध्यक्षेत्र के प्राकृतिक धरोहरों खनिजों,का अत्याधिक दोहन करने के पश्चात भी इस क्षेत्र का विकास नही हुआ जिसके कारण मप्र का यह सबसे पिछड़ा क्षेत्र है।मप्र मे बिजली उत्पादन में नम्बर वन होने के बाद भी किसानों को 8घण्टे बिजली मिलती है।


मप्र में पाए जाने वाले 30प्रकार के खनिजो में से 23 प्रकार के खनिज विध्यक्षेत्र में से निकाले जाते हैं। ताप विद्युत,जलविद्युत,पर्यटन,राष्ट्रीयउद्द्यानो से प्राप्त आय का 15%भी क्षेत्र के विकास में खर्च नही किया जा रहा।विंध्यप्रदेस से निकलने वाली केन सोन नर्मदा आदि जैसी जीवनदायनी नदियों के होते हुए भी बूंद बूंद पानी के लिए हम तरस रहे हैं। जबकि हमारी नदियों से देश के अन्य राज्यों में सिंचाई हो रही है।नर्मदा मां पूरे गुजरात को जीवन दे रही है,हम बरगी के पानी की 70 सालों से प्रतीक्षा कर रहे हैं।नर्मदा का पानी क्षिप्रा में डाला जा सकता है मगर विध्यप्रदेश को एक बूंद नही।यातायात की हालत दयनीय है।एक भी राष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा नही है।सड़कों की हालत खराब है।रेल यातायात अंग्रेजों के जमाने की याद दिलाता है।एक भी राष्ट्रीयस्तर का अस्पताल इस क्षेत्र में नही है।छोटी सी दुर्घटना होने पर नागपुर या दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ता है।


क्षेत्र में एक भी राष्ट्रीयतर का प्रबन्धसंसाथान एवम तकनीकी संस्थान नही है।कोचिंग तक के लिए दूसरे प्रदेशों में बच्चों को जाना पड़ता है।अंतरराष्ट्रीय स्तर का इन जिलों में खेल के मैदान स्टेडियम तक नही है।आदिवासी बाहुल्य होने के बाद भी कोई राष्ट्रीय आदिवासी परियोजना नही है। सिंगरौली से भोपाल 1000किलोमीटर से ज्यादा दूर है व आने जाने तक की कोई सुविधा नही है।विध्यप्रदेश के लोगों के साथ लगातार अन्याय होता आ रहा है।राजनैतिक शून्यता की स्थिति है।विकास ना होने से जातिवाद ,हत्या,डकैती की घटनाएं बढ़ रही हैं। सभी खनिज  कोयला,बॉक्साइट,हीरा,सोना लोहा,लेटराइट,लिग्नाइट,जिप्सम,रामरज,गेरू, कोरण्डम,सिलिका,ग्रेफाइट,ग्रेनाइट,चुने के पत्थर,संगमरमर, पेट्रोलियम गैस के भंडारआदि के दोहन पश्चजात भी इस क्षेत्र का विकास नही करती तो जिस दिन हमारे सारे खनिज समाप्त हो जाएंगे उस दिन हमारा क्या हाल होगा।चाहे किसी भी दल की सरकार रही हो विध्यप्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार ही करती आई हैं।


जितने भी उद्योग लगे हैं उनमें विंध्यप्रदेस के लोगो को रोजगारभी नही दिया जा रहा।बेरोजगारी बढ़ रही है।बहुत सारे विषय हैं जिनके बारे में इस मुहिम में शामिल होने के बाद पता चलेगा,व आप स्वयम अपने विषय जोड़ेंगे।
यदि आपको अपने आनेवाली पीढी के विकास  व क्षेत्र के विकास की चिंता है, यदि आप देश के नक्से में नम्बरवन बनने की चाहत रखते हैं।
तो सिंगरौली,सीधी,रीवा,सतना,शहडोल,अनूपपुर उमरिया,डिंडोरी,कटनी,दमोह,सागर,टीकमगढ़,छतरपुर,दतिया,पन्ना।कुल 15 जिलों को मिलाकर विध्यप्रदेश निर्माण की मांग करने हेतु इस मुहिम में शामिल हों।जिससेे स्वयम के संसाधनों से विध्यप्रदेस देश का सबसे प्राकृतिक रूप से खूबसूरत व आर्थिक रूप से सम्पन्न राज्य का निर्माण हो सके। यदि आपका सहयोग मिलेगा तो राज्य सरकार व केंद्र सरकार को हमारी  जायज मांग पूरी करनी ही पड़ेगी। 

इस मुहिम में जुड़ने के लिए अपना नाम पता उम्र व मोबाइलनम्बर (व्हाट्सएप )नम्बर इसी पोस्ट पर भेजे।या 9977242425,9425072377,7000707674 पर बात करें।पोस्ट अच्छी लगे तो पढ़ने के बाद शेयर जरूर करदें।

आपका-प्रणवीर सिंह (हीराजी) संयोजक विंध्य प्रदेस।


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